मेरी खुशियाँ तू ही मेरी माँ
मेरी दुनिया तू ही मेरी माँ ,
बस इतना मुझे कहना है तुझे
खुश रहे तू सदा , मेरी माँ ।
चेहरा तेरा जो सामने आया
आँखों में दिखा मेरा ही साया ,
मेरा सपना तू ही मेरी माँ
मेरा अपना तू ही मेरी माँ ,
बस इतना मुझे कहना है तुझे
खुश रहे तू सदा , मेरी माँ ।
बचपन के सारे यादे वो लम्हें
आकर के कहते है मुझसे अब ये ,
तेरी खुशियाँ मैं मेरी माँ
तेरी दुनिया मैं मेरी माँ ,
बस इतना तुझे कहना है मुझे
खुश रहूँ मैं सदा, तेरी माँ ।
निशांत चौबे ‘अज्ञानी’
०९.०७.२०१६