नाज हो मेरा ओ मेरी बहना
मेरा तुमसे बस यही कहना
हमेशा तुम खुश रहना ।
गम के बादल छट जायेंगे
होठ तुम्हारे मुस्कायेंगे ,
खुशियों के दिन आएंगे ।
पलभर की है बातें सारी
रास्ता देखे जीत तुम्हारी ,
किस्मत से मेहनत है भारी ।
यूँही अकेली बढ़ती रहना
गम से अपने लड़ती रहना ,
विजयी होगी मेरी बहना ।
निशांत चौबे ‘अज्ञानी’
१७.०५.२०१७