आसमां पे ये चंदा जाने क्यूँ कुछ नया है
देखा जबसे तुझको जादू सा कुछ हुआ है ,
जानें जा …..
तेर बिन जाऊँ तो मैं जाऊँ कहाँ
तेरे बिन सूना-सूना है मेरा जहाँ,
तेरे बिन अधूरी हर दुआ …
तेरे बिन लागे नहीं मेरा जिया
तेरे बिन अधूरा सा हूँ मैं तो पिया ,
तेरे बिन खुशियों ना छुआ …
देखा जबसे है तुझको होश क्यूँ है उड़ा सा
दूर रहकर भी मुझसे जाने क्यूँ तू जुड़ा सा ,
जानें जा…..
निशांत चौबे ‘अज्ञानी’
०५.०६.२०१६